
लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान बुधवार को अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद हादसे का शिकार हो गया. इस विमान में 242 मुसाफिर सवार थे. हादसे के बाद बड़े पैमाने पर आपातकालीन प्रतिक्रिया की जरूरत पड़ी. यह घटना शहर के मेघानीनगर इलाके के पास हुई. हादसे के बाद कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं. इसी में कहा जा रहा है कि पायलटों ने ‘मेडे कॉल’ भेजा था, हालांकि फिर अचानक उनकी तरफ खामोशी छा गई.
“Mayday” क्या है?
“Mayday” एक इंटरनेशनल इमरजेंसी कॉल है, जो पायलट तब भेजता है जब उसकी फ्लाइट किसी गंभीर खतरे में हो।
यह शब्द रेडियो पर तीन बार बोला जाता है:
“Mayday, Mayday, Mayday”
इसका अर्थ होता है:
“मैं आपातकालीन स्थिति में हूं, तुरंत सहायता चाहिए।”
इस केस में क्या हुआ?
अहमदाबाद में विमान उड़ान के दौरान किसी तकनीकी खराबी या अन्य इमरजेंसी का सामना कर रहा था।पायलट ने कंट्रोल टावर को “Mayday” सिग्नल भेजा। इसके कुछ ही समय बाद विमान का संपर्क टूट गया और हादसा हो गया।अचानक “साइलेंस” (खामोशी) छा गई यानी पायलट और कंट्रोल टावर के बीच बातचीत बंद हो गई।
यह संकेत करता है कि:
- विमान में अचानक गंभीर खराबी आई।
- पायलट को प्रतिक्रिया देने का समय नहीं मिला।
- हो सकता है इंजन फेलियर, तकनीकी खराबी, बर्ड हिट, या मौसम के कारण समस्या हुई हो।
दुर्घटना के बाद एयर क्रैश इन्वेस्टिगेशन टीम ब्लैक बॉक्स, कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर (CVR), और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) के जरिए पूरे मामले की जांच करती है।”Mayday” कॉल भी रिकॉर्ड में रहता है जो जांच में बड़ी मदद करता है।