चंदौली –वार्ड-7 में दुकान के बाहर गोलीबारी, आरोपी गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के वार्ड नंबर 7 में शनिवार की सुबह करीब 9 बजे भाजपा के जिला उपाध्यक्ष डॉ. प्रदीप मौर्या के छोटे भाई और परचून दुकानदार संतोष मौर्या (45) की दिनदहाड़े गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गई। आरोपी देंवेंद्र जायसवाल उर्फ़ प्रकाश जायसवाल ने बहस के बाद घर से हथियार लेकर आकर सीने पर ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिससे संतोष मौर्या गंभीर रूप से घायल हो गए। गंभीर हालत में उन्हें जिला संयुक्त चिकित्सालय ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

पुलिस ने आरोपी गिरफ्तार, भीड़ ने किया पिटाई
घटना के दौरान मौजूद लोगों ने आरोपी प्रकाश जायसवाल को तुरंत दबोच लिया। आक्रोशित ग्रामीणों ने उसे जमकर पीटा, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई। पुलिस मौके पर पहुंचकर उसे हिरासत में ले गई तथा उपचार हेतु पंडित कमलापति त्रिपाठी जिला अस्पताल में भर्ती कराया, बाद में बेहतर इलाज के लिए वाराणसी रेफर किया गया।
घटनाक्रम: बहस से हत्या तक
पुलिस के प्रारंभिक बयानों के अनुसार, घटना की शुरुआत कहासुनी से हुई थी। संतोष मौर्या और प्रकाश जायसवाल के बीच दुकान के बाहर बहस हुई। बाद में प्रकाश अपने घर गया और बंदूक लेकर वापस आया, बीच-बचाव करने आए संतोष को उसने सीने पर गोली मारी ।
पुलिस की कार्रवाई
- आरोपी प्रकाश जायसवाल को गिरफ्तार कर CCTटीवी फुटेज और संदिग्धों की कॉल विवरण खंगाले जा रहे हैं।
- घटना स्थल और आसपास के इलाकों में नाकेबंदी की गई है।
- जांच में क्राइम ब्रांच की टीम भी शामिल है, और आरोपी की शराब की हालत की भी पुष्टि की गई ह

इलाके में तनाव और सुरक्षा व्यवस्था
हत्या की सूचना से क्षेत्र में भारी तनाव बना हुआ है। पुलिस ने पूरे वार्ड में अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी है और प्रमुख चौक-चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है। प्रशासन ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है ।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाएँ
- भाजपा जिलाध्यक्ष और चकिया विधायक कैलाश खरवार घटना स्थल पहुँचे और मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी।
- उन्होंने दोषियों को कड़ी सजा व न्याय की मांग की है।
- सोशल मीडिया पर लोगों ने पीड़ित परिवार के प्रति सशक्त समर्थन किया और घटना को प्रशासन की विफलता बताया ।
सरकारी सहायता और मुआवजे की संभावना
हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई, लेकिन आम तौर पर ऐसी घटनाओं में मृतक के परिजनों को राज्य सरकार से मुआवजा और सरकारी नौकरी का आश्वासन दिया जाता है।
चंदौली की यह अपराधपूर्ण वारदात कानून व्यवस्था की बेवसती और बहादुर अपराधियों के पनाहगार माहौल का प्रमाण है। प्रशासन और पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है कि वह अपराधियों को शीघ्र पकड़े और निष्पक्ष एवं तेज़ न्याय दिलाए। जनमानस की निगाहें अब आरोपी की कड़ी सजा पर टिका हैं।