सावन 2025 शुरू: कांवड़ यात्रा में उमड़ा आस्था का सैलाब, प्रयागराज से वाराणसी मार्ग वन-वे, जानें नया ट्रैफिक नियम

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सावन की तैयारियों में भी पुलिस प्रशासन इस बात का खास ख्याल रख रही है कि भीड़भाड़ की वजह से किसी तरह की परेशानी न हो.

इस वर्ष 2025 में श्रावण मास की शुरुआत 11 जुलाई से हो चुकी है, और यह पवित्र महीना 9 अगस्त 2025 तक चलेगा। भगवान शिव की आराधना के इस माह में कांवड़ यात्रा का विशेष महत्व होता है, जिसमें देशभर के श्रद्धालु नदियों से जल भरकर “हर हर बम बम” के जयकारों के साथ शिवालयों में चढ़ाने निकलते हैं।

सावन मे कांवड़ यात्रा: आस्था की अनोखी यात्रा

हर साल सावन में लाखों श्रद्धालु विभिन्न गंगाघाटों से जल लेकर शिवलिंग पर चढ़ाते हैं। इस बार कांवड़ यात्रा और भी विशाल और संगठित रूप में सामने आ रही है, विशेषकर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, हरियाणा और दिल्ली में।

इस बार प्रयागराज से वाराणसी तक जाने वाली कांवड़ यात्रा में भारी भीड़ की उम्मीद के चलते प्रशासन ने खास ट्रैफिक और सुरक्षा उपाय किए हैं।

सावन की तैयारियों में जुटा प्रशासन, भीड़ को मैनेज करना सबसे बड़ी चुनौती
सावन की तैयारियों में जुटा प्रशासन, भीड़ को मैनेज करना सबसे बड़ी चुनौती

प्रयागराज–वाराणसी मार्ग बना वन-वे, सिर्फ कांवड़ियों के लिए खुला रास्ता

ट्रैफिक प्लान की मुख्य बातें:

11 जुलाई से 9 अगस्त तक, प्रयागराज से वाराणसी जाने वाला मार्ग वन-वे (एकतरफा) रहेगा।

यह नियम सिर्फ कांवड़ यात्रियों के लिए लागू है ताकि उनकी यात्रा सुरक्षित और सुगम हो।

भारी वाहन, बसें, कमर्शियल ट्रक आदि इस मार्ग पर प्रतिबंधित रहेंगे और वैकल्पिक रूट से भेजे जाएंगे।

सावन 2025 शुरू: कांवड़ यात्रा में उमड़ा आस्था का सैलाब, प्रयागराज से वाराणसी मार्ग वन-वे, जानें नया ट्रैफिक नियम

सावन की शुरुआत

इस वर्ष 2025 में श्रावण मास की शुरुआत 11 जुलाई से हो चुकी है, और यह पवित्र महीना 9 अगस्त 2025 तक चलेगा। भगवान शिव की आराधना के इस माह में कांवड़ यात्रा का विशेष महत्व होता है, जिसमें देशभर के श्रद्धालु नदियों से जल भरकर “हर हर बम बम” के जयकारों के साथ शिवालयों में चढ़ाने निकलते हैं।

कांवड़ यात्रा: आस्था की अनोखी यात्रा

हर साल सावन में लाखों श्रद्धालु विभिन्न गंगाघाटों से जल लेकर शिवलिंग पर चढ़ाते हैं। इस बार कांवड़ यात्रा और भी विशाल और संगठित रूप में सामने आ रही है, विशेषकर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, हरियाणा और दिल्ली में।

इस बार प्रयागराज से वाराणसी तक जाने वाली कांवड़ यात्रा में भारी भीड़ की उम्मीद के चलते प्रशासन ने खास ट्रैफिक और सुरक्षा उपाय किए हैं।

प्रयागराज–वाराणसी मार्ग बना वन-वे, सिर्फ कांवड़ियों के लिए खुला रास्ता

ट्रैफिक प्लान की मुख्य बातें:

11 जुलाई से 9 अगस्त तक, प्रयागराज से वाराणसी जाने वाला मार्ग वन-वे (एकतरफा) रहेगा।

यह नियम सिर्फ कांवड़ यात्रियों के लिए लागू है ताकि उनकी यात्रा सुरक्षित और सुगम हो।

भारी वाहन, बसें, कमर्शियल ट्रक आदि इस मार्ग पर प्रतिबंधित रहेंगे और वैकल्पिक रूट से भेजे जाएंगे।

ये वाहन नहीं चलेंगे मुख्य मार्ग पर:

सावन माह में देश विदेश से लोग वाराणसी में आते हैं जिसको देखते हुए मुख्य मार्ग पर चलने वाली वाहन ट्रक, डंपर, कमर्शियल बसें आने के लिए रूट डायवर्ट किए गए हैं।

ये वाहन अब हैंडिया, सहसन और फाफामऊ जैसे वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट किए गए हैं।

सुरक्षा के व्यापक इंतज़ाम

  • प्रशासन ने इस बार अभूतपूर्व सुरक्षा इंतज़ाम किए हैं:
  • 700 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात
  • हर 5 किमी पर पुलिस पोस्ट और स्वास्थ्य सहायता केंद्र
  • 24×7 निगरानी के लिए ड्रोन कैमरा और सीसीटीवी
  • नदी किनारे जल पुलिस और बाढ़ राहत दल

शहरों में लागू होगा नो-विहिकल ज़ोन

वाराणसी जैसे भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में नो-विहिकल ज़ोन भी लागू किया गया है। शिवालयों और मंदिरों के पास वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद रहेगी। पार्किंग की व्यवस्था 500 मीटर से लेकर 1.5 किमी दूर की गई है।

सावन के विशेष पर्व और सोमवार व्रत

सावन के हर सोमवार को व्रत, रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय जाप, और शिव चालीसा का विशेष महत्व है। इस बार सावन में कुल 5 सोमवार पड़ रहे हैं:

सोमवार व्रत तिथि दिनांक

  • पहला सोमवार 14 जुलाई 2025
  • दूसरा सोमवार 21 जुलाई 2025
  • तीसरा सोमवार 28 जुलाई 2025
  • चौथा सोमवार 4 अगस्त 2025
  • अंतिम सोमवार 9 अगस्त 2025

काशी विश्वनाथ और संगम घाट पर बढ़ी भीड़

काशी विश्वनाथ मंदिर (वाराणसी) और संगम (प्रयागराज) पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। भक्तजन जल लेकर ‘हर हर महादेव’ के जयकारों के साथ शिव मंदिरों में दर्शन कर रहे हैं। दोनों जगहों पर विशेष रूट प्लानिंग, पुलिस निगरानी और स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई गई हैं।

प्रशासन की अपील

  • यात्रियों और स्थानीय निवासियों से प्रशासन की अपील है:
  • नियमों का पालन करें
  • निर्धारित रूट का ही प्रयोग करें
  • कांवड़ यात्रियों को प्राथमिकता दें
  • किसी भी आपात स्थिति में 112 या स्थानीय पुलिस सहायता केंद्र से संपर्क करें

व्यापार और पर्यटन में बढ़ोतरी

  • सावन माह के चलते संबंधित शहरों में:
  • फूल, पूजा सामग्री, कपड़े और जलपात्रों की बिक्री में उछाल
  • स्थानीय होटलों, धर्मशालाओं और होमस्टे में बुकिंग फुल
  • वाराणसी और प्रयागराज में पर्यटन गतिविधियों में तेजी

सावन 2025 न सिर्फ भक्ति और आस्था से ओतप्रोत है, बल्कि प्रशासनिक स्तर पर सुरक्षा और सुविधा की दृष्टि से भी एक मिसाल बन रहा है। कांवड़ यात्रियों की सुविधा और आमजन की सुरक्षा को देखते हुए वन-वे ट्रैफिक योजना और आधुनिक निगरानी व्यवस्था स्वागत योग्य कदम हैं।

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